भूखें मरे किसान हमारे नेता महान जय हनुमान --------------------
Sunday, August 29, 2010
हम ता ऐसनैं हन भैया----------------
काहे का नेता भैया कौनो नेता वाला काम किये हैं का \ इस विचार को सुनकर मैं कभी हैरान नहीं हुआ शायद आप भी नहीं होते होंगे और हों भी क्यूँ \ आज के नेता मल्टीटास्कर जो होते हैं मेरा मतलब सारे काम जो करते हैं A अब आप विश्वास तो करोगे नहीं तो यही जान लीजिये की आप किसी की जान नहीं ले सकते हों वैसे ये भी नहीं लेते हाँ आपकी जान रूह सहित निकलवा जरूर सकते हैं A लो आप भी कमाल करते हों अब मैंने भोपाल गैस कांड तो बोला नहीं था A मैं तो कह रहा था की हमारे नेता आप मानो या ना मानो ये होते बड़े सज्जन हैं अब मैंने तो कहा नहीं की ये विधानसभा या संसद में चप्पलों से बातें करते हैं और औरतों के सम्मिलित होने की बात ना जी ना इ इल्जाम ना लगाईये A आप लोग ऐसे गलत मतलब निकालोगे तो तो काम हो चुका A किसी भी खेल में या भारतीय रेल में हमारे नेताओं का नो इन्वोल्व्मेंट लो कर लो बात साफ सुथरा भी तो खेलना होता है A कोई दोष बता दो आप इनका या कोई दोष लगा ही दो और लगा भी दिया तो प्रूव करके दिखा दो लेखनी की कसम जिन्दगी भर गुलाम रहूँगा आपका A अरे जाओ साहब इतना चैलेन्ज नेताओं से किये होते तो करियर बना देते हमारा लेखनी खुद ना रहती हाथ में हमारे A खुद खुश हो जाते हम भैया A नयी दरियादिली के बारे में आप ना जानते हों तो हमरा कौन सा दोष A यहाँ भुखमरी पड़ने पर हम भूखे रह लेंगे अनाज गोदाम में सड़े तो सडा देंगे पर मजाल है की हम किसी बाहरी व्यक्ति या पशु या फिर दानव को भूखा सोने दें फिर चाहे पलट कर वो हमारी थाली ही क्यूँ ना छीन ले A
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bबहुत अच्छा नारा दिए है भैया.........
ReplyDelete"भूखें मरे किसान
हमारे नेता महान
जय हनुमान"
क्या बात है साहब ...इन नेताओं की इतनी खूबियाँ आपने इतनी आसानी से बता दी ..शायद ये गलती से ही सही सुधर जायें ....??
ReplyDeletethanx Deepak Ji
ReplyDeletethankx Ravi Ji aap logon se prerna milti rahti hai
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