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Sunday, January 31, 2010

गाँधी जी ने कहा था............

एक गलती कभी भी सच्चाई का स्थान नहीं ले सकती
चाहे उसका कितना भी प्रचार क्यों न किया गया हो .......................................................

Saturday, January 30, 2010

गांधी जी ने कहा था......?

माफ़ी देना कमजोर इंसान के बूते की बात ही नहीं है, केवल ताकतवर व्यक्ति ही माफ़ी देने का साहस कर सकता है ...................................................

Tuesday, January 5, 2010

बर्फ का टुकड़ा...... |


अभी तक मैं ठोस था मेरी सीमाएं स्पष्ट थी स्थान निर्दिष्ट था

अब मैं पिघल रहा हूँ अनायास घुल रहा हूँ तरल बन रहा हूँ

नीचे...
नीचे...
नीचे...

कहीं तो ठहर जाऊंगा किसी गड्ढे में अपनी परिधि प् जाऊंगा

अंजुली भर मुझे उठाने की चेष्टा न करना

ऊँचाइयों से अब घबराता हूँ .........

V.P.Singh

Sunday, January 3, 2010

हम बदले तो सिर्फ हम ही बदल सकते हैं ...... और लोग नहीं |

ये लो नया साल आ गया......मैं ये बात इसलिए कह रहा हूँ ताकि आप ये सोच सकें की क्या खास बात है इस नए साल में ॥ तो मैं आपको बताना चाहता हूँ की कुछ खास नहीं है इस नए साल पर हम लोग इस साल को कुछ खास बना सकते हैं बल्कि हमें बनाना चाहिए .............कैसे ये सवाल लाजमी है तो सबसे पहले आप ये जान लें की क्या कर सकते आप इस नए साल में
हम और आप मिलकर एक काम करें की ये याद रखें की हम जहां रहते हैं जिस परिवेश में वो अपने घर की तरह ही होता है तो हमे उसे स्वछ रखना चाहिए
दूसरी बात ये भी जान लें की हम बदले तो ही आगे के लोग बदल सकते हैं .....................ये नहीं की अरे सिर्फ मेरे बदलने से क्या होगा ये सोच ही घातक होती है .......ये सोच कर हम अगले को मौका दे देते हैं की वो कह सके की क्या हुआ तुम जो बदलाव की बात कर रहे थे खोखली ही रह गयी naa
ab ये baatein sab लोग jaane तो behtar होगा की हम badlenge to सिर्फ हम ही badlenge ............ kisi और को बदलने के liye अपने starr से prayaas karna होगा
kramshah......